सोमवार, 25 फ़रवरी 2013

कंप्यूटर पर काम करना

कम्प्यूटर पर काम करने के बाद भी कैसे रहें तरोताजा?

 

आजकल कम्प्यूटर हम सभी कीजिंदगी की जरुरत बन गया है। वर्कप्लेस हो या घर हम बिना कम्प्यूटर के अपना काम नहीं कर सकते हैं। यही कारण है कि कम्प्यूटर पर काम करते हुए थकान हो जाने के बावजूद भी हम लगातार कम्प्यूटर पर काम करते रहते हैं।
ऐसे में ये भी एक परेशानी है कि हम कम्प्यूटर पर काम को करते हुए भी किस तरह अपने वर्क में 100 प्रतिशत तक दे सकते हैं। अगर आपके साथ भी यही समस्या है कि आप कम्प्यूटर पर बहुत ज्यादा काम के बोझ के कारण होने वाली थकान के चलते ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं तो हम देते हैं आपको कुछ ऐसे टिप्स जिनसे आप कम्प्यूटर पर कई घंटो तक काम करने के बावजूद भी तरोताजा रह सकते हैं।

१.  बेवजह कम्प्यूटर का इस्तेमाल न करें।
२.  कम्प्यूटर पर कार्य करते समय कुर्सी सही डिजाइन की होनी चाहिए।
३.  कुर्सी में पूरी पीठ हत्थे पर होनी चाहिए। जिससे बैठते समय कमर, पीठ और हाथों को सहारा मिले।
४.  की-बोर्ड माउस को 90 कोण पर मुड़ी कोहनी की सीध में रखें, बेहतर होगा की बोर्ड थोड़ा ढलान पर हों।
.  जांघे जमीन के समांतर टखने समकोण पर मुड़े हो, आवश्यक होने पर पैरों को फुट रेस्ट सहारा दें।
६. - कम्प्यूटर पर कार्य करते समय फोन को कंधों और गर्दन से दबा कर बात न करें।
७. - देर तक टेलीफोन से बात करने के लिए हेडफोन उपयोग करें।
८. - कार्य करते समय शरीर ढीला रखें मन शांत रखें।
९.  की-बोर्ड माउस का उपयोग कम करने के लिए आवाज पहचान कर कार्य करने वाले सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
१० .मॉनीटर की चमक, परावर्तन कम करने के लिए एण्टीग्लेमर कोटिंग या ग्लास लगाएं।
११ . कुछ घंटे कंप्यूटर पर काम  करने के बाद थोड़ी देर बहुत दूर की किसी दृश्य पर नजर केन्द्रित करे।
१२ . लंबे समय तक कम्प्यूटर पर काम करने वाले अधिकतर कर्मचारी एयर कंडीशन कमरों में बैठते हैं इससे हमारे शरीर की नमी कम होती है। उस नमी को बचा कर रखने के लिये दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिये। चाय, काफी, साफ्ट ड्रिंक पानी की कमी को पूरा नहीं करते बल्कि किडनी को इन्हें पचाने के लिए अतिरिक्त परिश्रम करना पड़ता पड़ता है।
१३ . अधिक लंबे समय तक मॉनीटर के सामने न बैठें। इससे आंखों में थकान होती है। लटकी टांगों में भी दर्द होता है। लगातार बैठे रहने से कमर में भी दर्द होता है। इससे बचने के लिये हर 30 से 40 मिनट के अंतराल में उठ जायं और आसपास चक्कर लगा लें ताकि आंखों, कमर और टांगों को आराम मिल जाये।
१४ . प्रयास करें यदि खिड़की से हरियाली या पानी दिखाई देता हो तो अपना ध्यान वहां लगायें और प्रकृति का आन्द उठाएं। आंखों को अच्छा लगेगा।
१५ . कम्प्यूटर पर काम करते समय आंखों को झपकते रहें ताकि लगातार काम से आंखों में अधिक थकान न हो।
१६ . अपनी हथेलियों के कम बनायें और अपनी आंखों को इन कप से ढक लें। 20 से 25 बार आंखें खोलें और बंद करें जिससे आप की आंखों रिलैक्स महसूस करेंगी।
१७ . जब भी आपको आंखों में थकान महसूस हो या सुबह उठते समय अपनी आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारें। इतनी आसान क्रिया से आपकी आंखों की जलन, लाली और एलर्जी ठीक हो जायेगी।
१८ . यदि आप ऐनक का प्रयोग करते हैं तो कम से कम दिन में एक बार ऐनक को अवश्य धोएं ताकि उस पर जमी मिट्टी या धूलकण आपकी नजर को प्रभावित न करें।


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11 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढ़िया जानकारी मित्र | बधाई

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  2. बीसम बीस रूल फोलो करे .हर बीस मिनट बाद २ फेटे दूर की दीवार को २ सेकिंड तक ताकें .आँखों को मोनियर से हटायें .आराम दें .खड़े होकर लिखें कंप्यूटर को सही ऊंचाई पे रखके .हर घने बाद पांच मिनिट का ब्रेक लें .बढ़िया प्रस्तुति आपकी राजेन्द्र जी .आभार आपकी टिपण्णी का .

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  3. बेहद ही उपयोगी और सार्थक जानकारी दी ,बहुत बहुत धन्यबाद.

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  4. अच्छी जानकारी मिली
    धन्यवाद ...

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