१. मोटे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है एक्सरे
अगर आप मोटे हैं तो आपको अपनी चर्बी घटाने के लिये एक बार फिर से सोचना चाहिये। एक नये अध्ययन से पता चला है कि मोटे लोगों का सीटी स्कैन होने पर उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
२.उच्च रक्तचाप की समस्या
उच्च रक्तचाप की समस्या से परेशान हैं तो दिन में कम से कम तीन बार काली चाय पीयें. यह आपके उच्च रक्तचाप को नीचे लाने में मददगार है। जो लोग दिन में तीन बार बिना दूध की चाय पीते हैं वे अपने रक्तचाप को औसतन दो से तीन प्वाइंट तक नियंत्रित करने में सफल रहते हैं। हो सकता है इतना नियंत्रण काफी न लगे लेकिन यह उच्च रक्तचाप के होने अथवा दिल की बीमारी के जोखिम को रोकने के लिये अत्यधिक प्रभावी है।
३. सॉफ्ट फूड मतलब दांतों की बीमारी
अगर आप सॉफ्ट फू़ड के शौकीन है और किसी भी कीमत पर उसे छोड़ना नहीं चाहते तो यह ख़बर आपको चौंका देगी। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है दांतों में होने वाली बीमारियों की वजह सॉफ्ट फूड हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि सॉफ्ट फूड खाने वालों के जबड़े की वृद्धि प्रभावित होती है। इन लोगों का जबड़ा उनके दांत के मुकाबले छोटा रह जाता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि आधुनिक आहारों को लेते वक्त जोर से चबाने की जरूरत नहीं पड़ती है, जिससे जबड़े पर कम दबाव पड़ता है। ऐसे में जबड़े का विकास कम हो पाता है।
४. नशे की लत से सिकुड़ जाता है दिमाग
एक अध्ययन से पता चला कि प्रौढ़ावस्था के व्यसन आपके दिमाग को छोटा कर देते हैं. धूम्रपान और मद्यसेवन जैसे प्रौढ़ावस्था के व्यसनों के कारण दिल को ही नुकसान नहीं पहुंचता बल्कि इससे दिमाग का आकार भी सिकुड़ जाता है.
५. किशोरों को बना देगा बहरा सिगरेट का धुआं
अब संभल जाए सिगरेट पीने वाले, सिगरेट का धुआं किशोरों में सुनने की शक्ति कम कर देता है. एक नए शोध से यह पता चला है.सिगरेट के धुएं से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विपरीत असर को लेकर आपको पहले से ही पता होगा, लेकिन अब एक नए अध्ययन के अनुसार सिगरेट के धुएं की चपेट में आए किशोरों में सुनने को खतरा अन्य लोगों के मुकाबले दोगुना होता है।
६. गूगल कर रहा है आपकी याददाश्त कमजोर
वैसे तो सर्च इंजन गूगल अपने अंदर दुनिया भर का ज्ञान समेटे हुए है लेकिन ज़रा सोचिए इस पर अपनी आत्मनिर्भरता बढ़ाना कहां तक सही है। अगर गूगल पर आप कोई जानकारी ढूंढने जा रहे हैं तो दोबारा सोचिए। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि इंटरनेट सर्च इंजन से लोगों की याददाश्त कमजोर होती है। कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि कंप्यूटर पर लोगों की बढ़ती निर्भरता से उनका दिमाग संकुचित हो रहा है।
७. सुंदर बच्चा चाहिए तो नारियल खाइए
अक्सर जिनेक घरों में बड़े-बूढ़े लोग होते हैं और उनके घर में कोई महिला मां बनने वाली होती है तो अक्सर सुना जाता है कि महिला को नारियल खिलाओं ताकि बच्चा या बच्ची का रंग गोरा हो। जानते हैं इसके पीछे कारण क्या हैं, नारियल के पानी में इतनी ताकत होती है जितनी की सोयाबीन में, इसके अलावा नारियल में बहुत ज्यादा पोटेशियम होता है जो कि बच्चे की त्वचा और बाल के लिए अच्छा होता है।
८. दिमाग को रखिए चुस्त, रहिए डिमेंशिया से मुक्त
कहते हैं कि इंसान का शरीर एक मशीन की तरह काम करता है। जिस तरह वक्त के साथ मशीन के पुर्ज़े कमजो़र होने लगते हैं ठीक उसी तरीके से उम्र के साथ धीरे धीरे इंसान की याद्दाशत भी कमजो़र होने लगती है। और इस बिमारी को मेडिकल की भाषा में डिमेंशिया नाम से जाना जाता है। शहरों में डिमेंशिया बहुत ही तेज़ी से ज़्यादातर उम्रदराज लोगों के बीच फ़ैल रहा है। 30 से 40 प्रतिशत ये बिमारी उन लोगों में देखने को मिल रही है जिनकी उम्र 70 साल से ज़्यादा है।
९. आपके मधुमेह के लिए आपकी मां जिम्मेदार
अगर आप को मधुमेह है तो इसके पीछे आपकी मां जिम्मेदार हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे यह बात कही है कुछ वैज्ञानिकों ने जिन्हें यह सबूत मिला है कि गर्भावस्था में माँ को पौष्टिक आहार न मिलने से बच्चे में बड़े होने पर मधुमेह का ख़तरा होता है। शोधकर्ताओं ने पहले चूहों पर इसका शोध किया और फिर यह दावा किया कि मां के असंतुलित आहार के कारण बच्चे में इन्सुलिन बनाने वाले एक जीन पर असर होता है।
१० . एक आयुर्वेदिक पौधा और डायबिटीज गायब
अगर आपको डायबिटीज है और आप मीठा नहीं खा पाते हैं, तो सुनिए अब आप मीठा खा पाएंगे । जी हाँ चौकियेगा मत! ऐसा हम नहीं कह रहे है डायबिटीज की बीमारी से बचाव के लिए शोधकर्ताओं ने एक आयुर्वेदिक पौधा खोज निकाला है जो इस खतरनाक बीमारी से राहत दिलाने में अहम भूमिका निभाएगा। इस पौधे का नाम स्टीविया है।शोधकर्ताओं के अनुसार डायबिटीज के मरीज मीठा खाने के तुरंत बाद आयुर्वेदिक पौधे स्टीविया की कुछ पत्तियों को चबा ले, जिससे मीठा खाना जहर नहीं बनेगा।
११. वॉवेल गाओ, खर्राटा दूर भगाओ
खर्राटे लेने की समस्या इन दिनों बहुत ही आम हो गई है। धीरे-धीरे यह और भी भयावह रूप लेता जा रहा है। इसका मुख्य कारण श्वास नली में चर्बी का बढ़ जाना है। यह हमारी नींद खराब करते हैं और कम नींद लेने का परिणाम होता है दिनभर की थकान, चिड़चिड़ापन और स्वास्थ्य सम्बन्धी कई और समस्याएं।(a,e,i,o,u)
अच्छी और उपयोगी जानकारियाँ !!
जवाब देंहटाएंउम्दा जानकारी आभार
जवाब देंहटाएंbehad upyogi jankari aur sundar prastuti
जवाब देंहटाएंmehtvapurn jankari kay liye shukriya
जवाब देंहटाएंमहत्वपूर्ण और उपयोगी जानकारी धन्यवाद !!
जवाब देंहटाएंkabile tarif
जवाब देंहटाएंबहुत महत्वपूर्ण जानकारी सुन्दर बढ़िया।
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 04/07/2013 के चर्चा मंच पर है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
धन्यवाद
ब्लॉग पर पहली बार आना हुआ। उपयोगी सूचनाओं का अच्छा संग्रह है।
जवाब देंहटाएंअच्छी और उपयोगी जानकारियाँ राजेंद्र जी,आभार।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया राजेन्द्र भाई उत्साह बढाने का .ॐ शान्ति .चार दिनी सेमीनार में ४ -७ जुलाई ,२ ० १ ३ ,अल्बानी (न्युयोर्क )में हूँ .ॐ शान्ति .
जवाब देंहटाएंसेहत पर बेहद महत्व पूर्ण जानकारी लाएं हैं आप अद्यतन भी .जी हाँ स्टीविया (STEVIA)NutriValue GrassRoot Nutrition Pvt .Ltd दिल के लिए भी टोनिक है मधुमेह के लिए भी .शून्य केलोरी मान वाला यह पेय जो पत्तियों को पानी में उबालने से तैयार हो जाता है चीनी से तीस गुना ज्यादा मीठा है .मैं अपने साथ यहाँ अमरीका में भी चार डिब्बे लाया हूँ .आयुर्वेदिक शॉप से मिलेगा .ॐ शान्ति .
पूरी जानकारी बहुत लाजवाब .. उपयोगी और काम की है ...
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी जानकारी...स्टीविया का हिंदी नाम क्या है?
जवाब देंहटाएंआपने काफ़ी उपयोगी जानकारी दी है, धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंपूरी जानकारी बहुत लाजवाब
जवाब देंहटाएंMujhe bahuta aachha laga aapaka ye website padhake,
जवाब देंहटाएंbahuta janakari liya
Thanks
Thanks,
हटाएंइस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.
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