आदमी यदि स्वस्थ रहेगा तो ही वह आगे कोई काम कर पाएगा, लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई छोटी बीमारियां लोगों को परेशान करके रख देती हैं।बदलते मौसम में एलर्जी होना आम बात है। बदलते मौसम में एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है। इम्यून सिस्टम में असंतुलन के चलते लोग एलर्जी के शिकार हो जाते हैं। बदलते मौसम में एलर्जिक राइनाइटिस (नाक की एलर्जी), एलर्जिक अस्थमा (सांस) व स्किन एलर्जी आम है।
मौसम में इस बदलाव से बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों में यह समस्या पांच से आठ प्रतिशत तक बढ़ जाती है। माता-पिता में से किसी एक को एलर्जी की समस्या है तो उनके बच्चों में रोग की संभावना 50 फीसद बढ़ जाती है। उन्होंने एलर्जी के लक्षण बताते हुए कहा कि शरीर पर खुजली के चकत्ते, बार-बार सर्दी जुकाम, छींक, आंख, नाक में खुजली, बुखार, मांसपेशियों में दर्द से इसकी पहचान होती है। अगर आप कुछ सावधानियां बरतेंगे और समय रहते इसका उपचार करने में आसानी होगी।
अगर ऐसा हो रहा है तो...
-नाक में खुजली और छीकें आना
-नाक से पानी आना
-नाक की त्वचा का लाल होना और उसमें खरोंचें आना, जो बार-बार नाक साफ करने के कारण होता है।
यह है मुख्य वजह
इस रोग का कारण कई तरह की एलर्जी है। इनमें सबसे आम है प्रदूषण, धूल-मिट्टी, घास व पेड़-पौधों के परागकण।
घर से बाहर निकलने पर धूल और वायुमंडल में फैला प्रदूषण लोगों की नाक में चला जाता है। यही एलर्जिक राइनाइटिस का कारण बनता है। इसके अलावा पालतू कुत्ते, बिल्लियां रखने वाले परिवारों में एलर्जी
का जोखिम ज्यादा होता है। कुत्ते-बिल्ली जैसे बालों वाले जानवरों के बाल गिरते रहते हैं, जो एलर्जी का कारण बनते हैं।
और यह हो सकता है नुकसान
-नाक की एलर्जी साइनस के ऑस्टिया(छेदों) को बंद कर सकती है, जो कि साइनसाइटिस का कारण बन सकती है।
-ये नाक में पालिप बना सकती है।
-ये ऑडिटरी ट्यूब को बंद कर सकती है, जिससे कान के मध्यभाग में पानी भर सकता है।
-इन मरीजों में अस्थमा का जोखिम चार गुना बढ़ जाता है।
बचाव और उपचार भी है आसान
१. इन्फेक्शन से बचने का प्रयास करें।
२. ठंडी हवा, धूल और नमी से बचें।
३. घर से बाहर निकलने पर कोशिश करें कि धूल के कण नाक में कम से कम जाएं।
४. अगर धूल वाले स्थान पर जाना पड़े तो मुंह पर मास्क या रूमाल रखकर जाएं।
५. घर में पालतू जानवरों कुत्ते, बिल्लियों आदि के बहुत अधिक नजदीक न जाएं।
६. घर या कार्यालय में जहां सीलन हो, वहां जाने से बचें।
७. धूम्रपान न करें।अगर आपके आसपास किसी को सिगरेट के धुएं से एलर्जी है तो उसके सामने स्मोकिंग भी न करें।
८. कुछ खाने से अगर नाक में एलर्जी हो तो उससे बचना चाहिए।
८. कुछ खाने से अगर नाक में एलर्जी हो तो उससे बचना चाहिए।
९. ज्यादा तकलीफ होने पर नेजल स्प्रे का प्रयोग कर सकते हैं।
१०. जिस चीज से त्वचा पर एलर्जी होती है, उस चीज को नोट करें और उस चीज का इस्तेमाल करना ही बंद कर दें।त्वचा के जिस भाग पर एलर्जी हो, वहां किसी भी तरह का कास्मेटिक प्रयोग न करें।
११. चारों ओर मौजूद एलर्जन से बचना ही एलर्जी का सबसे अच्छा इलाज है।
१२. कई लोगों की त्वचा अत्यधिक संवेदनशील होती है। किसी वस्तु विशेष के संपर्क में आते ही उन्हें एलर्जी हो जाती है।कई लोगों को दूसरों की चीज इस्तेतमाल करने से भी एलर्जी हो जाती है। जैसे- बिस्तर, टॉवेल, दूसरों के पहने कपड़े आदि। तो उन्हें इस बात का खास खयाल रखना चाहिए।
१३. घर में बत्ती वाले स्टोव की जगह एलपीजी या इलेक्ट्रिक स्टोव का उपयोग करें।
१४. घर में शुद्घ वायु के आने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
१५. घर अगर सड़क के पास है तो बाहर की धूल मिट्टी को अंदर आने से रोकने के लिए दरवाजे और खिड़कियों को जहां तक हो सके बंद ही रखना चाहिए। खिड़कियों पर शीशे के साथ बारीक जाली लगाएं।
१६. किचन में एक्जास्ट फेन का उपयोग करें।
१७. कई लोगों को फूलों की खुशबू से भी एलर्जी होती है, ऐसे लोगों को चाहिए कि उन पौधों को कमरे में न लगाएं जिन पर फूल खिलते हों।
१८. बिस्तर को साफ-सुथरा रखें।
१९. घर में गीले कपड़े से पोंछा लगाएँ।
२०. दीवारों पर फफूंद और जाले हो गए हों, उसे ब्लीच के जरिए साफ करें।
२१. बारिश का मौसम स्वास्थ्य के हिसाब से अच्छा माना जाता है, लेकिन कुछ खास व्याधियों जैसे अस्थमा, हृदय रोग, कैंसर से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यह मौसम कुछ समस्याएँ भी लाता है।
२२. प्रतिदिन यह देखें कि कौन सी चीजें खाने के बाद शरीर में एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं। आप उस खास चीज के नाम के आगे x का निशान लगा दें और वह चीज खाना बंद कर दें।
रोग के लक्षण दिखाई देते ही कुशल चिकित्सक से संपर्क करें।
१०. जिस चीज से त्वचा पर एलर्जी होती है, उस चीज को नोट करें और उस चीज का इस्तेमाल करना ही बंद कर दें।त्वचा के जिस भाग पर एलर्जी हो, वहां किसी भी तरह का कास्मेटिक प्रयोग न करें।
११. चारों ओर मौजूद एलर्जन से बचना ही एलर्जी का सबसे अच्छा इलाज है।
१२. कई लोगों की त्वचा अत्यधिक संवेदनशील होती है। किसी वस्तु विशेष के संपर्क में आते ही उन्हें एलर्जी हो जाती है।कई लोगों को दूसरों की चीज इस्तेतमाल करने से भी एलर्जी हो जाती है। जैसे- बिस्तर, टॉवेल, दूसरों के पहने कपड़े आदि। तो उन्हें इस बात का खास खयाल रखना चाहिए।
१३. घर में बत्ती वाले स्टोव की जगह एलपीजी या इलेक्ट्रिक स्टोव का उपयोग करें।
१४. घर में शुद्घ वायु के आने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
१५. घर अगर सड़क के पास है तो बाहर की धूल मिट्टी को अंदर आने से रोकने के लिए दरवाजे और खिड़कियों को जहां तक हो सके बंद ही रखना चाहिए। खिड़कियों पर शीशे के साथ बारीक जाली लगाएं।
१६. किचन में एक्जास्ट फेन का उपयोग करें।
१७. कई लोगों को फूलों की खुशबू से भी एलर्जी होती है, ऐसे लोगों को चाहिए कि उन पौधों को कमरे में न लगाएं जिन पर फूल खिलते हों।
१८. बिस्तर को साफ-सुथरा रखें।
१९. घर में गीले कपड़े से पोंछा लगाएँ।
२०. दीवारों पर फफूंद और जाले हो गए हों, उसे ब्लीच के जरिए साफ करें।
२१. बारिश का मौसम स्वास्थ्य के हिसाब से अच्छा माना जाता है, लेकिन कुछ खास व्याधियों जैसे अस्थमा, हृदय रोग, कैंसर से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यह मौसम कुछ समस्याएँ भी लाता है।
२२. प्रतिदिन यह देखें कि कौन सी चीजें खाने के बाद शरीर में एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं। आप उस खास चीज के नाम के आगे x का निशान लगा दें और वह चीज खाना बंद कर दें।
रोग के लक्षण दिखाई देते ही कुशल चिकित्सक से संपर्क करें।
very informative... thank u
जवाब देंहटाएंachha swasthy banaye rakhne ke liye sundar aur upyogi salah,sadar abhar
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारियाँ !!
जवाब देंहटाएंuttam jankari....shukriya
जवाब देंहटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी मिली, आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत ही उपयोगी जानकरी... आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी जानकरी... आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी मिली, आभार.
जवाब देंहटाएंबदलते मौसम में एलर्जी पर बहुत ही बेहतरीन जानकारी,आभार.
जवाब देंहटाएंएलर्जी के कारण और बचाव पर उपयोगी जानकारी,आभार.
जवाब देंहटाएंवास्तव में, एलर्जी पर बहुत ही बेहतरीन जानकारी,आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया और उपयोगी सूचना।
जवाब देंहटाएंबढ़िया और उपयोगी जानकारी |
जवाब देंहटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी
जवाब देंहटाएंएलर्जी के कारण और बचाव पर उपयोगी जानकारी,आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी दिए,सबके लिए लाभप्रद है.
जवाब देंहटाएंसुन्दर सलाह,एलर्जी के कारण और बचाव पर उपयोगी जानकारी.
जवाब देंहटाएंkafi upyogi hai jankari
जवाब देंहटाएंWhat is treament for...
जवाब देंहटाएंWhat is treament for...
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